13 तब फरीसी दल का लोगु न वेकू बोलि, “तू अपणी गवै अफि देन्दी, इलै तेरी गवै सच्चि नि च।”
13 फरीसियों ल वेमा बोलि, किलैकि तु भस अपड़ी ही प्रशंसा करदु छै।
इख तक की वु वेका आंख्यों तैं बुजी कैरिके पूछण लगि गैनी कि, “अब पछ्याण अर हमतै इन बतौ की त्वेतै कैन मारी?”