वेन ऊंकू बोलि, “नगर मा फलणा मनखि का पास जा, अर वेकू बोला, गुरुजी बोन्ना छिन, कि ‘मेरु बगत नजदीक ऐ गै। अर मि अपणा चेलों का दगड़ा तेरा घौर मा फसह को त्योवार मणौलु।’”
अर फसह का त्योवार से पैलि यीशु जाणि गै, कि दुनियां तैं छोड़ि के पिता का पास चलि जाणु को बगत नजदीक ऐ गै। तब वेन जु वेका दगड़ा मा रौन्दा छा, ऊंतैं जन प्यार उ पैलि करदु छौ, उन्नि प्यार उ आखिरी का दिन तक कनु रै।
अर यू सब बोन्ना का बाद यीशु न स्वर्ग जनै देखि के प्रार्थना कैरी, “हे पिता, अब वा घड़ी ऐ गै। तुमरो पुत्र कथगा महान च, यू दिखै द्या, ताकि पुत्र का द्वारा भि यू दिखै जौ, कि तुम कथगा महान छाँ।
अर यीशु न यों सब बातों तैं अपणा उपदेस मा बोलि अर वे बगत उ वीं जगा मा छौ जख मा दान-पेटि रखी रौनदिन, पर तभि भि कैन यीशु तैं नि पकड़ी, किलैकि वेको बगत अभि तक नि ऐ छौ।