अर जु कुई वे पुत्र पर बिस्वास करदु, वेतैं ही सदनि को जीवन मिलदु। अर जु कुई पुत्र पर बिस्वास नि करदु, वेतैं जीवन नि मिललु, बल्किन मा परमेस्वर को परकोप वे पर पोड़दु।”
“अर मि तुम बटि सच्चि ही बोन्नु छौं, कि जु कुई मेरा वचनों तैं सुणी के मेरु भेजण वळा पर बिस्वास करदु, त जाणि ल्या की सदनि को जीवन वेकू ही च। अब वे पर दण्ड की आज्ञा नि ह्वेलि, किलैकि वेन मौत तैं भि पार कैरियाली अर वेतैं सदनि को जीवन मिली गै।
अर या वा रुट्टी च, ज्वा स्वर्ग बटि अईं च। अर या वीं रुट्टी का जन नि च, जींतैं तुमरा पितरों न खै फिर भि मोरि गैनी, पर जु कुई स्वर्ग बटि अईं ईं रुट्टी तैं खालु उ सदनि ज्यून्दु रालु।”
अर अगर जु यीशु मसीह को सभौ तुम मा वास करदु, अब चै तुमरो सरील पाप की वजै से मोरि भि किलै नि जौ, फिर भि पवित्र आत्मा तुमतै सदनि को जीवन द्यालु, किलैकि तुमुन बिस्वास कैरी अर पिता परमेस्वर की नजर मा धरमी ठैरि ग्यां।