अर या वा रुट्टी च, ज्वा स्वर्ग बटि अईं च। अर या वीं रुट्टी का जन नि च, जींतैं तुमरा पितरों न खै फिर भि मोरि गैनी, पर जु कुई स्वर्ग बटि अईं ईं रुट्टी तैं खालु उ सदनि ज्यून्दु रालु।”
हालांकि, यों सब बातों का बारा मा तुम पैलि बटि जणद्यां, मगर फिर भि मि तुमतै याद दिलौण चान्दु कि प्रभु न अपणा लोगु तैं मिस्र देस बटि छुड़ै, अर मिस्र देस बटि निकळण का बाद जौं लोगु न बिस्वास नि कैरी, ऊंको नास कैर दिनी।
“कन्दूड़ खोली के सुणी ल्या अर ईं बात तैं समझा कि पवित्र आत्मा बिस्वासी समुदाय का लोगु खुणि क्या च बोन्नु, जु जीत हासिल करलु, वेतैं मि वु खाणुक द्यूलु जु कि सदनि को जीवन देन्दु, अर एक सफेद ढुंगो भि द्यूलु जै पर एक नयू नौ लिख्यूं होलु, अर वेका अलावा वे नौ का बारा मा कैतैं भि पता नि होलु।”