तुम नास होण वळा खाणु खुणि ना, बल्किन मा वे खाणुक खुणि मेनत कैरा जु कि सदनि का जीवन तक रौन्दु। अर उ खाणुक मनखि को पुत्र ही तुमतै द्यालु, किलैकि यू देणु खुणि पिता परमेस्वर न वेतैं यू अधिकार दियूं च।”
अर जब ऊं लोगु न यों बातों तैं सुणी, त या बात ऊंका दिलों मा लगि गै। तब ऊंन पतरस अर दुसरा खास चेलों से पूछी, “हे भैयों अब हमतै इन बता कि हम क्या जि कैरा?”