अर एक बार इन ह्वे कि यीशु मन्दिर मा जैके उपदेस देणु छौ। तबरि तक उख कुछ मुख्य पुरोहित, अर लोगु का कुछ यहूदी अध्यक्षों न वेका पास ऐके पूछी, “गुरुजी, हमतै इन बता कि तुम कै का दियां अधिकार से यू काम करद्यां? अर कु च उ जैन तुमतै यू अधिकार देई?”
अर ऊंका बारा मा मि या गवै दे सकदु छौं, कि ऊंका भितर पिता परमेस्वर का पिछनै चलण को जोस भौत जादा च, मगर ऊंतैं यू पता नि च कि वेका पिछनै चलण को सही तरीका क्या च।