इलै मिन तुमतै बुलाणु खुणि अपणा लोगु तैं तुरन्त भेजि, अर या बात अच्छी च कि तुम इख ऐ भि ग्यां। अब जु कुछ भि वचन परमेस्वर न तुमतै दिईं, वु सब कुछ सुनणु खुणि ही हम इख इकट्ठा होयां छां, अर परमेस्वर भि हमरा बीच मा च।”
अर परमेस्वर न नियम-कानून इलै दिनी, ताकि सब लोगु तैं ईं बात का बारा मा पता चलि जौ कि ऊ भौत बड़ा पापि छिन, मगर वेका दगड़ा-दगड़ि पिता परमेस्वर की किरपा भि ऊं लोगु खुणि और भि जादा बढदी गै।