किलैकि हवा जनै चान्दी उनै जान्दी अर तुम बस वीं की आवाज सुणद्यां, पर नि जणद्यां कि वा कनै बटि औणी अर कख कू जाणि च। ठिक उन्नि हरेक मनखि जु पवित्र आत्मा बटि जनम ल्युन्दु उ भि इन्द्रयो ही च।”
अर अब तुमुन खुद वे सच्चा वचन तैं स्वीकार कैरिके अफ तैं शुद्ध कैरियाली। इलै अब तुम लोग अपणा बिस्वासी भै-बैंण का दगड़ा मा दिल से सच्चु प्यार कैरा, इन्द्रयो प्यार जैमा कुई कपट नि हो।
अर कुई भि अशुद्ध चीज, अर ना ही कुई इन्द्रयो मनखि जु कि इन्द्रया काम करदु हो ज्यां से की घिण अऽ, या झूठ्ठ बुल्दु हो इन्द्रया लोग वेमा कभि दाखिल नि ह्वे सकला। मगर जौं को नौ जीवन की किताब मा लिख्यां छिन उई लोग वेमा दाखिल होला, अर या किताब यीशु मसीह की च जु कि मेम्ना की तरौं बलिदान ह्वे गै।