वेन बोलि, “सुणा, हम लोग यरूशलेम नगर कू जाणा छां, अर उख मनखि का पुत्र तैं मुख्य पुरोहितों अर शास्त्री लोगु का हवाला किये जालु, अर वु वे पर इळजाम लगाला कि वेतैं जान से मार दिये जौ, अर वेतैं ऊं लोगु का हवाला करला जु कि यहूदी जाति का नि छिन।
ऊंन बोलि छौ कि, ‘यू जरुरी च कि मनखि को पुत्र पापि लोगु का हाथ मा पकड़वै जौ, ताकि ऊ वेतैं क्रूस पर चड़ै द्या। अर फिर उ तिसरा दिन मुरदो मा बटि ज्यून्दु ह्वे जौ।’”
तब पिलातुस न ऊंकू बोलि, “तुम येतैं लि जा, अर अपणा नियम-कानूनों का मुताबिक येको न्याय कैरा।” यां पर यहूदी मुख्यों न वेकू बोलि, “हम मा यू अधिकार नि च कि कैतैं भि मौत की सजा दे सैका।”
जब पिलातुस न यू सुणी, त यीशु तैं छुड़णे की कोसिस कैरी पर यहूदियों न चिल्लै-चिल्लै के बोलि, “अगर जु तुम ये मनखि तैं छोड़ि दिल्या, त फिर तुम महाराजा को विरोध करण वळा छाँ, किलैकि जु कुई भि अफ तैं राजा बणादु उ महाराजा को विरोध करदु।”
अरे, यू सब आदर-सम्मान त हमरा पितरों का परमेस्वर याने कि अब्राहम का परमेस्वर, इसहाक का परमेस्वर अर याकूब का परमेस्वर न अपणा सेवक हमरा प्रभु यीशु तैं देई, हाँ, वे ही यीशु तैं जैतैं तुमुन पकड़वै दिनी। अर गवर्नर पिलातुस न वेतैं छुड़ण को विचार कैरी, पर तुमुन वेका समणि यीशु तैं नकारी दिनी।
अर ये शुभ समाचार तैं सुनौण का खातिर ही मि दुख-तकलीफ उठाणु छौं। अर इख तक कि यों न मितैं एक कैदी का जन बेड़ियों से बान्धि के जेलखाना मा रख्युं च, पर तभि भि परमेस्वर का वचन तैं फैलण से कुई नि रोकी सकदु।