27 अर पतरस न अबरि दौं भि इनकार कैरी दिनी। अर तबरि मैर बासी गै।
27 पतरस ल फिर इन्कार कैरी दींनि अर वे बगत मैर ल बांग दे दींनि।
अर यीशु न वेकू बोलि, “पतरस, मि त्वे बटि सच्चि बोन्नु छौं, कि आज रात मैर बसण से पैलि तिन मितैं तीन दौं नकारी देण।”
अर यीशु न वेकू बोलि, “पतरस, मि त्वे बटि सच्चि बोन्नु छौं, कि आज रात ही मैर का दुई बार बसण से पैलि तिन मितैं तीन दौं नकारी देण।”
अर वेन नकारी के बोलि, “मि नि जणदु, अर ना ही समझदु कि तू क्या बोन्नि छैई।” तब उ उख बटि भैर गेट का पास चलि गै, अर मैर बासी गै।
यीशु न वेकू बोलि, “पतरस, मि त्वेतै बतै देन्दु, कि मैर का बसण से पैलि तिन मितैं तीन दौं नकारी देण, कि मि वेतैं नि जणदु।”
पर वेन इन बोलि के नकारी दिनी कि, “भुलि, मि वे मनखि तैं नि जणदु।”
तब यीशु न वेतैं जबाब देई, “क्या तू मेरा खातिर अपणी जान दे दिली? मि त्वे बटि सच्चि ही बोन्नु छौं, कि मैर का बसण से पैलि तिन मितैं तीन दौं नकारी देण कि, मि वेतैं नि जणदु।”