यूहन्ना 16:22 - Garhwali22 इन्नि तुम भि अभि दुख मा छाँ, पर मि तुमतै फिर से मिललु, तब तुमरा मन मा खुशी को कुई ठिकाणु नि रालु। अर तुमरि ईं खुशी तैं कुई भि तुम बटि छिनी नि सकदु। အခန်းကိုကြည့်ပါ။गढवली नयो नियम22 इन ही रीति बट्टी, तुम तैं भि अब त शोक च, पर मि तुम तैं फिर मिललो तुम आनन्दित हवेला अर तुमारो आनन्द कुई तुम बट्टी छिन नि सकदो। အခန်းကိုကြည့်ပါ။ |
अर तुमुन यीशु तैं नि देखि, अर ना ही वेतैं अभि दिखद्यां, मगर फिर भि तुम वे पर बिस्वास करद्यां, अर वेसे प्यार भि करद्यां, मगर सुणा, न्याय का दिन पर उ तुमरा बिस्वास का द्वारा ही तुमरि आत्मा तैं बचालु। अर यू बड़ु आनन्द तुमतै भरपूर कैरी द्यालु, जैको बखान हम अभि नि कैरी सकद्यां, किलैकि यू वु आनन्द च जु कि पिता परमेस्वर की महान आसीस से भरपूर होलु।