25 “अर यों सब बातों तैं मिन तुमतै वे बगत बतैयालि छौ, जब मि तुमरा दगड़ा मा छौ।
25 “यु बात मिल तुमारा दगड़ा रौंद तुम मा बुलिनि।
अर यू होण से पैलि ही मि तुमतै येका बारा मा बतै देन्दु, ताकि जब यू पूरु ह्वे जौ, त तुम बिस्वास कैरा कि मि उई छौं।
पर जु कुई मि बटि प्यार नि करदु, उ मेरा वचन तैं भि नि मणदु। अर जु वचन तुम सुणद्यां, उ मेरु ना बल्किन मा जै पिता न मितैं भेजि च वेको च।
फिर भि वे मददगार तैं, याने कि पवित्र आत्मा, जैतैं पिता मेरा नौ से भेजलु, उ तुमतै सब कुछ सिखौलु। अर जु कुछ मिन तुमतै बतै, वु सब कुछ उ तुमतै याद करालु।
“अर यू सब होण से पैलि ही मिन तुमतै बतैयालि, ताकि जब यू सब ह्वे जौ तब तुम बिस्वास कैरी सैका।
अर यू बात मिन तुमकु इलै बुलिनी, कि मेरु आनन्द तुम मा बणयूं रौ अर तुम वे आनन्द मा भरपूर ह्वे जा।
“उन त मि मा तुम खुणि बोन्नु खुणि भौत सरी बात छिन। पर अभि तुम ऊं बातों तैं सै नि सकद्यां।