अर दुई दिन का बाद फसह को त्योवार अर अखमीरी रुट्टी को त्योवार औण वळु छौ। अर मुख्य पुरोहित अर शास्त्री लोग, ईं बात की फिराक मा छा कि कनकै यीशु का दगड़ा मा छल कैरिके वेतैं पकड़ै जौ अर जान से मरे जौ।
अर यू देखि के फरीसी दल का लोग तुरन्त उख बटि भैर निकळि गैनी। अर राजा हेरोदेस का कुछ खास लोगु का दगड़ा मा मिली के यीशु का खिलाप मा जाळसाजि करण लगि गैनी, कि वेतैं कनकै खतम किये जौ।
तब मुख्य पुरोहितों न अर फरीसी दल का लोगु न मुख्य लोगु की सभा बुलै अर बोन्न लगि गैनी कि, “यू आदिम त भौत सरा चमत्कारिक कामों तैं कनु च। पर हम क्या कना छां?