21 अर मारथा न यीशु कू बोलि, “हे प्रभु, अगर जु तुम इख होन्दा त मेरु भै नि मुरदो।
21 मार्था ल यीशु कु बोलि, “हे प्रभु, त्वे तैं इख हूंण चयणु छो तब मेरा भैय की मृत्यु नि हूंद
अर जब यीशु ऊंतैं यू बात बतौणु ही छौ कि देखा, प्रार्थना भवन को एक अधिकारी वेका पास ऐ, अर वेतैं परणाम कैरिके बोलि, “गुरुजी, मेरी नौनि अभि-अभि मोरि गै, पर फिर भि तुम चलि के अपणु हाथ वीं पर रख द्या, ताकि वा ज्यून्द ह्वे जौ।”
जब लाजर बिमार ह्वे गै, तब वेकी बैंणो न यीशु कू रैबार भेजि कि, “हे प्रभु देखा, जै से तुम प्यार करद्यां उ बिमार होयुं च।”
जब मरियम उख पौंछी जख यीशु छौ, तब वेतैं दिखदी ही वेका खुटों मा पोड़ि गै अर बोलि, “हे प्रभु, अगर जु तुम इख होन्दा, त मेरु भै नि मुरदो।”
पर ऊंमा बटि औरु न बोलि, “जै मनखि न अन्धा का आंख खूब करिनी, क्या उ ये मनखि तैं मुरण से नि बचै सकदु छौ?”