यूहन्ना 10:27 - Garhwali27 मेरी भेड़ मेरी आवाज तैं पछ्याणदिन, मि ऊंतैं जणदु छौं। अर ऊ मेरा पिछनै-पिछनै चलदिन। အခန်းကိုကြည့်ပါ။गढवली नयो नियम27 जन के कि मेरा ढिबरा अपड़ा असली चरवाहा की आवाज पैछणदींनि उन ही मेरा लोग मेरी बातों पर ध्यान दींदां छिन मि ऊं तैं जंणदु छौं अर उ मेरा चेला बण मेरा पिछनैं चलणां छिन အခန်းကိုကြည့်ပါ။ |
पर अब जु तुमुन परमेस्वर तैं पछ्याणयालि, या हम इन बोलि सकद्यां कि तुम भि परमेस्वर का नौ से जणे जाणा छाँ, त फिर तुम किलै दुनियां की नास होण वळी ऊं बातों का जनै लौटण छाँ जु तुमतै बचै नि सकदिन? अर तुम फिर से किलै गुलामी का सेवक होण चन्द्यां? मेरा दगड़्यों, तुम बेकार की बातों पर अपणु मन किलै लगौन्द्यां?
तभि भि जु लोग परमेस्वर पर बिस्वास करदिन, वु परमेस्वर का द्वारा बणयां घौर की मजबूत बुनियाद का जन छिन। अर ऊंका बिस्वास को नास कभि नि होलु, बल्किन मा वु घौर की मजबूत बुनियाद का जन सदनि टिक्यां राला। इलै परमेस्वर का वचन मा इन लिख्यूं च कि, “जु प्रभु का लोग छिन, ऊंतैं उ पछ्याणदु च,” अर जु इन बुल्दा छिन कि, “हम त परमेस्वर का छां, वु लोग बुरै बटि दूर रा।”