पर पवित्र आत्मा को हमरा जीवन मा होण से इन गुण परगट होला जन कि, एक-दुसरा से प्यार करण, खुशी से रौण, शान्ति को जीवन, अर सबर रखण, दुसरो पर दया करण, भलै का काम करण, इमानदार रौण,
अर वु इन भि बतौन्दिन, कि तुम परमेस्वर का पुत्र को इंतजार बड़ी आस लगै के कना छां, जु की स्वर्ग बटि औण वळु च याने कि यीशु, जैतैं परमेस्वर न मुरदो मा बटि ज्यून्दु कैरी, अर उई न्याय का दिन पर हमतै औण वळा परकोप से बचालु।
अर फिर हमरि आस को कारण तुम ही त छाँ, किलैकि प्रभु यीशु का औण तक अगर जु तुम बिस्वास मा बणयां रैल्या त वेका समणि हिम्मत से खड़ा ह्वेल्या। तब तुम ही हम खुणि वु इनाम ह्वेल्या जौं तैं देखि के हमतै बड़ु गर्व होलु, अर तब हमरि खुशी को कुई ठिकाणु नि होलु।
अर हम तुम खुणि इन्नि भि प्रार्थना करद्यां, कि प्रभु यीशु तुमरा मनों तैं मजबूत कैरो, ताकि जब उ अपणा पवित्र लोगु का दगड़ा मा अऽ, त तुम हमरा पिता परमेस्वर का समणि वेकी नजर मा पवित्र अर निरदोष ठैरा।
अर तुमरा सोना-चांदी पर जंक लगि गै। अर वे पर लग्यूं जंक एक दिन तुमरा खिलाप गवै द्यालु अर आग की तरौं तुमरा मांस को नास कैरी द्यालु, किलैकि तुमुन आखिरी का दिनों मा धन जमा कैरी।