किलैकि दुनियां की तरफा बटि सरील कि बुरी इच्छा, आंख्यों की बुरी इच्छा, अपणा जीवन पर बड़ु मोन करण वळी बात ही औन्दिन, अर यू सब बात ईं दुनियां मा छिन। अरे, इन्दरि बात पिता परमेस्वर की तरफा बटि नि ऐ सकदिन, बल्किन मा यू त दुनियां तरफा बटि औन्दिन।
जथगा बड़ु वींन मोन कैरी अर अपणी सान-सौकत बढै, अर जथगा अयासी मा वा रै, उथगा ही जादा दुख अर पीड़ा वींतैं द्या, किलैकि वा अपणा दिल मा इन बुल्दी कि, ‘मि त महाराणी बणि के बैठि छौं, मि विधवा नि छौं, अर मिन कभि भि शोक नि मणै।’