याकूब 3:6 - Garhwali6 ठिक उन्नि जीब भि एक आग की तरौं च। अर हमरा सरील का सभि अंगो मा बटि जीब मा ही सब बुरै भुरीं छिन। अर वा हमरा पूरा सरील तैं पापि बणै देन्दी। फिर हमरा पूरा जीवन मा वा आग लगै देन्दी, अर वा आग नरकलोक की च। အခန်းကိုကြည့်ပါ။गढवली नयो नियम6 जीभ भि एक आग का जन च अर या बुरै की पूरी दुनिया च; यु देह कु उ अंग च जु भौत दुष्ट च जु एक आदिम का पूरा जीवन तैं नाश कैर सकदी। यु वे पर नरक की आग का जन च। အခန်းကိုကြည့်ပါ။ |
अर उ धरती का लोगु तैं भरमौणु रै, किलैकि ये दैंत का पास समुन्दर वळा दैंत की तरौं चमत्कार करण को अधिकार दिये गै। अर ये दैंत न धरती का लोगु तैं समुन्दर वळा दैंत की मूरत बणौणु कू बोलि, हाँ वे ही दैंत की जैका मुण्ड़ पर तलवार से एक इन्दरि चोट लगि छै कि वेकी बचण की उम्मीद नि छै, मगर वेको उ घौ खूब ह्वे गै छौ।