याकूब 1:8 - Garhwali8 किलैकि इन्द्रया मनखि को मन एक बात पर नि लग्यूं रौन्दु, अर उ अपणी सब बातों मा टिक्यूं नि रौन्दु। အခန်းကိုကြည့်ပါ။गढवली नयो नियम8 उ आदिम दुचितो च, अर अपड़ी सैरी बातों मा भि चंचल च। အခန်းကိုကြည့်ပါ။ |
जन कि वेन भि अपणी सब चिठ्ठी मा यों ही बातों का बारा मा लिख्यूं च, अर ऊं बातों मा बटि कुछ बातों तैं बिंगण बड़ु कठिन च। अर जौं लोगु तैं ज्ञान नि च, अर जु लोग चंचल छिन वु वेकी चिठ्ठी का शब्दों को मतलब तैं बिगाड़ि देन्दिन। अर जु बात पवित्रशास्त्र का दुसरा भागों मा भि लिखीं छिन, ऊं बातों का दगड़ा मा यू लोग इन्नि करदिन। अर इन कैरिके वु अपणा ही खुटों पर कुल्हड़े कि चोट मारी देन्दिन।