याकूब 1:26 - Garhwali26 अगर कुई भि खुद तैं धरमी समझदु, अर अपणी जीब तैं अपणा वश मा नि रखदु, त उ खुद तैं धोखा देन्दु, अर वेको परमेस्वर की नजर मा धरमी बणण बेकार च। အခန်းကိုကြည့်ပါ။गढवली नयो नियम26 जु कुई अपड़ा आप तैं पिता परमेश्वर कु भक्त समझदु, पर बुरी बातों तैं बुल्ण मा अपड़ी जीभ पर काबू नि रखो, त उ अपड़ा आप तैं धोखा दींद, अर वेकी भक्ति बेकार ही च। အခန်းကိုကြည့်ပါ။ |
अर मेरा दगड़्यों, शुभ समाचार को जु परचार मिन ऊं लोगु का बीच मा कैरी, जु कि यहूदी जाति का नि छिन। जब मिन ईं बात का बारा अध्यक्ष लोगु तैं बतै, त ऊंन मेरी बातों मा कुई फेर बदल नि कैरी, बल्किन उई बात मितैं वापस बतैनि। जब कि ऊ लोग त खास मणै जनदिन। (अर मितैं ईं बात से कुई फर्क नि पोड़दु, कि ऊंको पद क्या च, किलैकि पिता परमेस्वर कै भि मनखि का दगड़ा मा भेदभाव नि करदु)।
अर जब भै याकूब, कैफा अर यूहन्ना जु कि बिस्वासी समुदाय का खम्बा मणै जनदिन, जब वु वीं किरपा का बारा मा जाणि गैनी ज्वा कि मि पर होईं च, तब ऊंन मितैं अर बरनबास भै तैं परमेस्वर की सेवा मा ऊंकी मदद करण वळो का रुप मा स्वीकार कैरी। अर ऊंन हमतै ऊं लोगु का बीच मा सेवा करणु कू भेजि जु यहूदी जाति का नि छिन, अर खुद वु यहूदी लोगु का बीच मा सेवा कना रैनी।