इब्रानी 7:18 - Garhwali18-19 अर परमेस्वर का रैबर्या मूसा का द्वारा जु नियम-कानून पिता परमेस्वर न पैलि दे छा, ऊंतैं वेन रद्द कैरी दिनी किलैकि जन वु चान्दु छौ वेका मुताबिक कुई भि मनखि वेकी नजर मा धरमी साबित नि ह्वे सैकी। मगर अब वेन हमतै एक नई आस दिईं च अर हमतै पूरु यकीन च की वींका द्वारा हम परमेस्वर का नजदीक जै सकद्यां। အခန်းကိုကြည့်ပါ။गढवली नयो नियम18 इन ही कै, पैली मूसा की व्यवस्था उन ही कैरी साकी जु कन चयणु छो; अर यांकि कुई कीमत नि छै इलै या बदली द्ये गै। အခန်းကိုကြည့်ပါ။ |
किलैकि पिता परमेस्वर न वु काम कैरिके दिखै दिनी, जु काम नियम-कानूनों न नि कैरी सैकी, अर सरील की इच्छा मा ऊंतैं पूरु करण बड़ु कठिन छौ। इलै वेन ये काम तैं पूरु करणु खुणि अपणा पुत्र तैं ईं दुनियां मा एक मनखि का रुप मा भेजि, ताकि एक पापि सरील तैं लेके उ पाप का दण्ड तैं अपणा मथि ले ल्यो, अर हमतै माफी मिली जौ।
पर अब जु तुमुन परमेस्वर तैं पछ्याणयालि, या हम इन बोलि सकद्यां कि तुम भि परमेस्वर का नौ से जणे जाणा छाँ, त फिर तुम किलै दुनियां की नास होण वळी ऊं बातों का जनै लौटण छाँ जु तुमतै बचै नि सकदिन? अर तुम फिर से किलै गुलामी का सेवक होण चन्द्यां? मेरा दगड़्यों, तुम बेकार की बातों पर अपणु मन किलै लगौन्द्यां?