इब्रानी 13:9 - Garhwali9 अर ध्यान द्या, कखि तुम बन्नि-बन्नि किसम की शिक्षा से भरमै नि जा, किलैकि परमेस्वर खाणु-खाण से ना, बल्किन मा अपणी महान किरपा से हमरा बिस्वास तैं मजबूत करदु, किलैकि खाणु-खाण का रीति-रिवाजों तैं मनण से कुई फैदा नि होन्दु। အခန်းကိုကြည့်ပါ။गढवली नयो नियम9 भौत किस्म का अर मथि बट्टी थूपियां उपदेशों बट्टी जु तुम तैं गलत रस्ता पर ली जंदींनि नि भरमै जावा, किलैकि तुम्हरा मनों कु यु ठिक च कि उ कृपा का द्वारा मजबूत बणा, खांण-पीण वली चीजों का नियमों कु पालन कन से कुछ फैदा नि हूंद। အခန်းကိုကြည့်ပါ။ |
अर कुछ लोग त इन भि बुल्दिन कि, “पुटगु त इलै ही च कि खाणुक खये जौ, अर खाणुक भि इलै ही च कि पुटगु भुरे जौ।” अर चला, मणद्यां कि या बात ठिक च, मगर औण वळा बगत मा पिता परमेस्वर न यों दुईयों को नास कैरी देण। हे मेरा दगड़्यों, जैका दगड़ा मा तुमरो ब्यौ नि कर्युं वेका अलावा कै दुसरा का दगड़ा मा गळत सम्बन्ध नि रखा, किलैकि या बात तुमरा सरील खुणि ठिक नि च। अर तुम मेरी बात तैं ध्यान से सुणा, केवल प्रभु यीशु ही च जु कि हमरा सरील को मालिक च।
अर यू झूठ्ठा लोग ढन्ड़ीयों मा छिप्यां चटानों का जन छिन, अर मसीह प्यार से ज्वा दावत तुम अपणा घौरों मा रखद्यां, यू लोग वामा तुमरा दगड़ा खान्दा-पीन्दा छिन। अर यू लोग सिरफ अपणु पुटगु ही भोरण चनदिन, अर लोग त बिना पाणि वळा बादळों का जन छिन जौं तैं हवा अफ दगड़ा मा उड़ै के लि जान्दी। अर इन्द्रया डाळों का जन छिन, जौं पर समौ औण पर फल नि लगदिन बल्किन मा यू त दुई बार सूखि गैनी अर जलुड़ो समेत उखड़्यां छिन।