गलातियों 5:1 - Garhwali1 अर या आजादी हमतै यीशु मसीह का द्वारा मिली च ताकि हम आजादी का जीवन तैं जी सैका। इलै अपणा बिस्वास तैं मजबूत बणै के रखा, अर नियम-कानूनों का बोझ तैं फिर से अपणा कन्धों पर नि उठा। အခန်းကိုကြည့်ပါ။गढवली नयो नियम1 मसीह ल हम तैं बचैयले, त अब हम तैं मूसा की व्यवस्था तैं मनणु कु गुलामों की जन जीणै की जरूरत नि च। इलै यां मा ही मजबूत बणयां रावा अर मूसा की व्यवस्था कु पालन कनु कु अपड़ा आप तैं फिर से गुलाम बनण नि द्या। အခန်းကိုကြည့်ပါ။ |
मगर कुछ झूठ्ठा लोग जु कि लुकि-छिपी के सभा का बीच मा अयां छा, ऊंकी वजै से दिक्कत खड़ि ह्वे गै। अर वु ऊं जासूसों की तरौं छा, जु कि हमरि आजादी अर वे सम्बन्ध का बारा मा भौत अच्छे से जणदा छा, वु जणदा छा कि हम यीशु मसीह का द्वारा परमेस्वर का दगड़ा मा सम्बन्ध रखद्यां। अर वु लोग ईं आजादी तैं हम बटि छिनण चाणा छा, अर हमतै यहूदी नियम-कानूनों को गुलाम बणौण की पूरि कोसिस कना छा।
पर अब जु तुमुन परमेस्वर तैं पछ्याणयालि, या हम इन बोलि सकद्यां कि तुम भि परमेस्वर का नौ से जणे जाणा छाँ, त फिर तुम किलै दुनियां की नास होण वळी ऊं बातों का जनै लौटण छाँ जु तुमतै बचै नि सकदिन? अर तुम फिर से किलै गुलामी का सेवक होण चन्द्यां? मेरा दगड़्यों, तुम बेकार की बातों पर अपणु मन किलै लगौन्द्यां?
बस ईं बात को ध्यान रखा कि तुमरो चाल-चलन यीशु मसीह का शुभ समाचार का मुताबिक हो। अर अब चै मि तुम बटि ऐके मिलु या तुम से दूर रौ, मि तुमरा बारा मा बस इन्नि सुनण चान्दु कि तुम सभ्या का सभि एक ही दिल-दिमाग का ह्वे ग्यां। अर एक मन ह्वेके शुभ समाचार पर रख्यां बिस्वास तैं और जादा मजबूत करणु खुणि कड़ी मेनत कना छाँ।