गलातियों 4:9 - Garhwali9 पर अब जु तुमुन परमेस्वर तैं पछ्याणयालि, या हम इन बोलि सकद्यां कि तुम भि परमेस्वर का नौ से जणे जाणा छाँ, त फिर तुम किलै दुनियां की नास होण वळी ऊं बातों का जनै लौटण छाँ जु तुमतै बचै नि सकदिन? अर तुम फिर से किलै गुलामी का सेवक होण चन्द्यां? मेरा दगड़्यों, तुम बेकार की बातों पर अपणु मन किलै लगौन्द्यां? အခန်းကိုကြည့်ပါ။गढवली नयो नियम9 पर जब तुम पिता परमेश्वर का दगड़ी जुड़ीं ग्यां, अर पिता परमेश्वर ल हम तैं अपड़ा नौंना का रूप मा स्वीकार कैरी, त फिर तुम कमजोर अर निर्बल आदि शिक्षाओं का दास बनण कु किलै लौटणा छा? क्य तुम तैं दुबरा ऊंको ही दास बनणै की लालसा च? အခန်းကိုကြည့်ပါ။ |
किलैकि पिता परमेस्वर न वु काम कैरिके दिखै दिनी, जु काम नियम-कानूनों न नि कैरी सैकी, अर सरील की इच्छा मा ऊंतैं पूरु करण बड़ु कठिन छौ। इलै वेन ये काम तैं पूरु करणु खुणि अपणा पुत्र तैं ईं दुनियां मा एक मनखि का रुप मा भेजि, ताकि एक पापि सरील तैं लेके उ पाप का दण्ड तैं अपणा मथि ले ल्यो, अर हमतै माफी मिली जौ।
तभि भि जु लोग परमेस्वर पर बिस्वास करदिन, वु परमेस्वर का द्वारा बणयां घौर की मजबूत बुनियाद का जन छिन। अर ऊंका बिस्वास को नास कभि नि होलु, बल्किन मा वु घौर की मजबूत बुनियाद का जन सदनि टिक्यां राला। इलै परमेस्वर का वचन मा इन लिख्यूं च कि, “जु प्रभु का लोग छिन, ऊंतैं उ पछ्याणदु च,” अर जु इन बुल्दा छिन कि, “हम त परमेस्वर का छां, वु लोग बुरै बटि दूर रा।”