गलातियों 3:1 - Garhwali1 हे गलाति नगर का बिस्वासी लोगु, क्या तुम नासमझ छाँ अर कु च वु जैन तुम पर जादु कैरियाली? अरे, मिन त तुमतै यीशु मसीह का बारा मा इथगा अच्छे से बतै छौ, जन कि यीशु तैं तुमरि ही आंख्यों का समणि क्रूस पर चड़ये गै हो। အခန်းကိုကြည့်ပါ။गढवली नयो नियम1 हे गलातियों शहर का विश्वासी लुखुं क्य तुम न समझ छा, कैल तुम तैं भरमै? मिल तुम तैं ठिक से समझै की जब यीशु मसीह तैं सूली पर चढ़ै गै, त वेल कै काम तैं पूरो कैरी। အခန်းကိုကြည့်ပါ။ |
अर मि तुमतै बतै देन्दु कि बिस्वासी लोगु तैं धोखा देण खुणि जौं बातों को इस्तेमाल वु लोग करदिन, वु पूरि तरौं से गळत छिन। अर जब वु अपणी बातों का द्वारा परमेस्वर का ज्ञान को विरोध करदिन, तब हम ऊंका विचारों को नास परमेस्वर का वचन का द्वारा करद्यां। अर ऊंकी सोच तैं बदलि के उन्नि बणौन्द्यां जन यीशु मसीह चान्दु।
पर जब मिन देखि कि उ शुभ समाचार की सच्चै का मुताबिक सीदी चाल नि चलणा छिन, त मिन सभ्यों का समणि पतरस कू बोलि, “पतरस, जब तू एक यहूदी जाति को होण का बाद भि ऊंकी तरौं जीवन जीणी छैई, जु यहूदी जाति का नि छिन। त फिर तू ऊं लोगु तैं यहूदी रीति-रिवाजों का मुताबिक चलणु खुणि किलै मजबूर कनि छैई, जु यहूदी जाति का नि छिन?
पर अब जु तुमुन परमेस्वर तैं पछ्याणयालि, या हम इन बोलि सकद्यां कि तुम भि परमेस्वर का नौ से जणे जाणा छाँ, त फिर तुम किलै दुनियां की नास होण वळी ऊं बातों का जनै लौटण छाँ जु तुमतै बचै नि सकदिन? अर तुम फिर से किलै गुलामी का सेवक होण चन्द्यां? मेरा दगड़्यों, तुम बेकार की बातों पर अपणु मन किलै लगौन्द्यां?
अर जब यीशु वापस आलु, त वेका अपणा लोग वेको बड़ु आदर-सम्मान करला अर वे खुणि ताजुब करला, किलैकि जु वचन हमुन तुमतै बतै वे पर तुमुन बिस्वास कैरी। इलै तुम भि ऊं पवित्र लोगु का दगड़ा मा सामिल ह्वे जैल्या, मगर जु बिस्वास नि करदिन वु लोग वे दिन पर प्रभु का समणि अर वेकी महानता मा बटि दूर किये जाला, अर सदनि का विणास को दण्ड पाला। किलैकि ऊंन हमरा प्रभु यीशु का बारा मा वेकी ईं अच्छी खबर तैं नि माणी, अर ना ही हमरा परमेस्वर तैं पछ्याणदिन। अर जब यीशु वापस आलु, तब यू सब कुछ होलु।
“मगर फिर भि तुमरा खिलाप मा बुलणु खुणि मि मा इन च कि तुम लोग वीं इजेबेल जनानि तैं अपणा बीच मा रौण देन्द्यां, ज्वा कि खुद तैं परमेस्वर की रैबर्या बतौन्दी, अर मेरा सेवकों तैं भटकौन्दि अर अपणी शिक्षा देके ऊंतैं सरील का गळत सम्बन्ध बणौणु खुणि, अर मूरतों का अगनै अरपण मा चड़ईं चीजों तैं खाणु खुणि उकसौन्दी च।