अर क्या तुम इन नि जणद्यां, कि हमरु सरील यीशु मसीह को अंग च? अर हम जु मसीह का सरील का अंग छां, इलै या बात ठिक नि च कि हम कै दुसरि जनानि का दगड़ा मा गळत सम्बन्ध रखा?
किलैकि कुई भि मनखि अपणा सरील से नफरत नि करदु, बल्किन मा उ त अपणा सरील तैं खिलान्दु-पिलान्दु अर वेतैं अनमोल जाणि के बड़ा प्यार से वेकी देख-रेख करदु, ठिक उन्नि जन यीशु मसीह बिस्वासी समुदाय की करदु।
किलैकि इन्द्रया लोग यीशु मसीह से जुड़यां नि रौनदिन, यीशु मसीह जु कि हमरु मुण्ड़ की तरौं च। अर हम जणदा छा कि हमरु सरील अर वेकी सब मांस-पेसियाँ अर सब जोड़ मुण्ड़ से ही जुड़यां रौनदिन, अर मुण्ड़ का द्वारा ही सब कुछ किये जान्दु। अर पिता परमेस्वर ही च जु कि पूरा सरील को विकास करदु।