इफिसुस 4:29 - Garhwali29 अर कुई भि गळत बात तुमरा गिच्चा बटि नि बुले जौ, पर सिरफ इन्दरि बात ही बुले जौ जु बगत का मुताबिक दुसरा लोगु की हिम्मत बढौणु खुणि अच्छी हो, ताकि वेका द्वारा सुनण वळो की भलै हो। အခန်းကိုကြည့်ပါ။गढवली नयो नियम29 कुई गंदी बात तुमारा गिच्चा बट्टी नि निकलो, बल्कि भस उ ही बोला जु लुखुं कि उन्नति कनै कि जरुरी च, कि जु कुछ भि तुम बुल्दा छा उ सुनण वलो तैं आत्मिक रूप बट्टी फैदा कैरी साको। အခန်းကိုကြည့်ပါ။ |
इलै मि बिस्वासी समुदाय मा ऊं भाषाओं को इस्तेमाल नि करदु, किलैकि मि खुणि या बात जादा फैदे की च कि मि अपणा ज्ञान मा बटि जण चर-एक बात ही कैरुं, ताकि सब बिस्वासी लोग समझि सैका अर मजबूत ह्वे जा। अर अगर जु मि भौत सरी बात बोललु, अर कै की समझ मा कुछ भि नि अऽ, त फिर क्या फैदा ह्वे अर इन करण से कुछ भि नि होण।
अर उ बिस्वासी समुदाय का सब लोगु तैं पूरि तरौं से एक कैरिके रखदु, ज्यां से की हरेक मनखि अपणा-अपणा बुलये जाण का मुताबिक काम कैरी सैको। अर समुदाय को हरेक मनखि इन इलै कैरो, ताकि हरेक बिस्वासी वचन मा अगनै बढी सैको। अर मसीह जु कि बिस्वासी समुदाय को मुण्ड़ च वेको पूरु सरील खूब रौ, हम हरेक दिन बढदी जां अर वेका प्यार मा जड़ भि पकड़दी जां।