मगर दुई जौंळ्या बच्चों तैं जनम देण से पैलि, पिता परमेस्वर न रिबका कू बोलि छौ कि, “बड़ु नौनु अपणा छुटा भै की सेवा करलु।” अर ना ही ऊं नौनो न कुई अच्छु या बुरु काम कैरी छौ। मगर पिता परमेस्वर न इन इलै बोलि, ताकि वेन जैतैं चुण्यूं च, वेका द्वारा पिता परमेस्वर की योजना बणि रौ। अर यू सब त इलै ह्वे, ताकि इन साबित ह्वे जौ कि कै मनखि को चुणै जाण परमेस्वर की मनसा का मुताबिक ही होन्दु। अर पिता परमेस्वर की योजना कै मनखि का काम का मुताबिक नि बणदी, बल्किन मा वेन वेतैं किलै बुलै वेका मुताबिक होन्दी।