“इलै मि तुमतै बतै देन्दु कि, लोगु बटि नि डऽरयां किलैकि इन्दरि कुई भि बात नि च ज्वा की छिपी हो, अर वेको खुलासा नि किये जौ, अर ना ही कुई इन्द्रयो गुप्त राज छिप्यूं च जैको पता नि चलो।
इलै परमेस्वर की अकल न बोलियालि छौ कि, ‘मि ऊंका पास रैबर्यों अर खास चेलों तैं भेजलु। अर वु लोग यों भेज्यां लोगु मा बटि कुछ लोगु तैं सताला अर कुछो तैं त मारी भि द्याला।’
पिता परमेस्वर की महानता का बारा मा बतौण बड़ु कठिन च। अर वेकी अकल और ज्ञान को कुई अन्त नि च, किलैकि जौं बातों को फैसला उ लेन्दु, वु लोगु की सोच-समझ से भैर छिन, अर ना कुई वेका तौर-तरीकों तैं समझि सकदु।
हे मेरा भै-बैंणो, अब तुमरा पास बड़ु मोन करण को कुई मौका नि च, किलैकि पिता परमेस्वर न ही तुमतै यीशु मसीह का पास बुलै अर तुमतै बचै भि च। अर वेन ही यीशु मसीह तैं हमरु ज्ञान बणै, अर यीशु मसीह ही च जु कि हमतै पिता परमेस्वर का समणि पवित्र बणौन्दु। अर यीशु मसीह न ही अपणु ल्वे देके हमतै पाप से छुटकारु देई।
अर वे ही मसीह को परचार हम लोग करद्यां अर लोगु तैं चितै देन्द्यां, अर हरेक मनखि तैं अपणा पूरा ज्ञान से सिखौन्द्यां, ताकि हरेक मनखि तैं एकदम सिद्ध बणै के पिता परमेस्वर का समणि खड़ु कैरी सैका।
इलै हे मेरा भै-बैंणो, जब बटि हमुन तुमरा बारा मा सुणी, त हम भि तुम लोगु खुणि प्रार्थना कना रौन्द्यां। अर हम इन प्रार्थना करद्यां, कि तुम लोग पूरा आत्मिक तरीके से परमेस्वर का ज्ञान मा अर वेकी मनसा तैं बिंगण मा भरपूर होन्दी जा।
अर यीशु मसीह का वचन तैं अपणा मन मा स्वीकार कैरा, अर वे सिद्ध ज्ञान से एक-दुसरा तैं सीखा, अर चितौणा रा। अर मन से पिता परमेस्वर की बडै खुणि धन्यवाद का भजन गा, अर वेका गुणगान खुणि आत्मिक गीत गा। अर वेतैं आदर-सम्मान देणु खुणि वेकी तारीफ कैरा।
इलै सुणा, कि तुम यों सब बातों मा बढण की पूरि कोसिस कैरा। याने कि तुम अपणा बिस्वास मा मजबूत, अर अपणा चाल-चलन मा अच्छा होन्दी जा, अर वेका दगड़ा-दगड़ि ज्ञान भि रखा,
“कन्दूड़ खोली के सुणी ल्या अर ईं बात तैं समझा कि पवित्र आत्मा बिस्वासी समुदाय का लोगु खुणि क्या च बोन्नु, जु जीत हासिल करलु, वेतैं मि वु खाणुक द्यूलु जु कि सदनि को जीवन देन्दु, अर एक सफेद ढुंगो भि द्यूलु जै पर एक नयू नौ लिख्यूं होलु, अर वेका अलावा वे नौ का बारा मा कैतैं भि पता नि होलु।”