“इलै मिन जु तुम बटि बोलि, वेतैं याद रखा कि, ‘नौकर अपणा मालिक से बड़ु नि होन्दु।’ इलै जब ऊंन मितैं सतै त उ तुमतै भि सताला, ठिक उन्नि अगर ऊंन मेरी बात माणी त वु तुमरि बात भि मणला।
अर उ हमरा पास ऐ अर वेन पौलुस को पठुगु लिनी अर अपणा हाथ-खुटा बान्धि के बोलि, “पवित्र आत्मा इन बुल्दु कि, ‘जै मनखि को यू पठुगु च, वेतैं यरूशलेम नगर मा यहूदी लोग इन्नि बन्धला, अर ऊं लोगु का सुपुर्द कैरी द्याला जु लोग यहूदी जाति का नि छिन।’”
मगर पौलुस न ऊंकू बोलि, “तुम रुवे-रुवे के मेरु हौसला किलै कम कना छाँ? मेरी बात को यकीन कैरा, मि प्रभु यीशु का नौ का खातिर यरूशलेम नगर मा बन्धी बणणु खुणि ही ना, बल्किन मा मुरण खुणि भि तयार छौं।”
अर इख हमतै कुछ बिस्वासी लोग मिलिनी, अर हम ऊंका दगड़ा मा सात दिनों तक उखि रयां। अर पवित्र आत्मा का द्वारा ऊं लोगु न पौलुस कू बोलि कि तुम यरूशलेम नगर कू नि जयां।
मगर हम हरेक बगत इन दिखौन्द्यां कि हम लोग बड़ी इमानदारी से पिता परमेस्वर कि सेवा करद्यां, अर चै कन्दरि भि बात किलै नि ह्वे जौ, या दुख-तकलीफ को बगत हो या बगत बड़ु कठिन हो, या मुस्किल पर मुस्किल औणी हो, पर फिर भि सबर रखी के सेवा का काम मा लग्यां रौन्द्यां।
अर वेतैं भेजण को हमरु यू मकसद च कि जु सतौ तुम लोग सौणा छाँ, ये सतौ की वजै से कखि तुम बिस्वास करण से पिछनै नि हटि जां। अर तुम अफि जणद्यां, कि हम बिस्वासी लोगु पर ये सतौल त औण ही औण च।
इलै मि दुख सौन्दु छौं, अर ईं बात मा मितैं कुई सरम नि औन्दी, किलैकि मिन यीशु पर बिस्वास कैरी अर वेका बारा मि जणदु छौं। अर मितैं पूरु यकीन च कि जु शुभ समाचार पिता परमेस्वर न मि मा सौंपी, वेतैं आखिरी का दिन तक समाळि के रखण मा उ ताकतबर च।
मि तुमरो भै यूहन्ना छौं, अर मि प्रभु यीशु मसीह खुणि दुख झिलण मा, राज्य अर सबर रखण मा तुमरो साझेदार भि छौं। अर मि यीशु मसीह की गवै देन्दु अर पिता परमेस्वर का वचन का बारा मा बतौन्दु, इलै मितैं जबरन पतमुस नौ का टापू पर भिजे गै।