अर या बात सुणी के दुसरि जाति का लोग भौत खुश ह्वे गैनी, अर प्रभु का वचन की बडै करण लगि गैनी। अर ऊं मदि जथगा लोगु तैं सदनि का जीवन जीणु खुणि चुणै गै छौ, ऊं सभ्यों न प्रभु यीशु पर बिस्वास कैरी।
अर जब ऊ पाणि बटि भैर ऐनी, त प्रभु की पवित्र आत्मा न फिलिप्पुस तैं उख बटि गैब कैर दिनी, अर वे अधिकारी उ नि देखि। अर वु अधिकारी बड़ु आनन्द मणौन्द-मणौन्द अपणा बाटा पर चलि गै।