खास चेलों 5:36 - Garhwali36 किलैकि कुछ दिन पैलि थियुदास नौ को मनखि मुखिया बणि के ऐ छौ, अर बुल्दु छौ की मि भि कुछ छौं, अर करीब चार सौ लोग वेका दल मा सामिल ह्वे गै छा। पर जब वेतैं मरवयै गै, त जथगा भि लोग वेकी शिक्षा तैं मनण वळा छा, वु सब तितर-बितर ह्वे गैनी, अर अब ऊंका दल को कुई अता-पता ही नि च। အခန်းကိုကြည့်ပါ။गढवली नयो नियम36 किलैकि यूं दिनों से पैली थियूदास यु बोलि के प्रगट हवे, लुखुं तैं बतै की उ एक महान आदिम च अर लगभग चार सौ लोग वे दगड़ी हवे गैनी पर उ मरै गै अर जथग लोग वे तैं मंणदा छा सब तितर-बितर हवीनि अर हरचि गैनी। အခန်းကိုကြည့်ပါ။ |
अर मेरा दगड़्यों, शुभ समाचार को जु परचार मिन ऊं लोगु का बीच मा कैरी, जु कि यहूदी जाति का नि छिन। जब मिन ईं बात का बारा अध्यक्ष लोगु तैं बतै, त ऊंन मेरी बातों मा कुई फेर बदल नि कैरी, बल्किन उई बात मितैं वापस बतैनि। जब कि ऊ लोग त खास मणै जनदिन। (अर मितैं ईं बात से कुई फर्क नि पोड़दु, कि ऊंको पद क्या च, किलैकि पिता परमेस्वर कै भि मनखि का दगड़ा मा भेदभाव नि करदु)।