अर राज कि जु बात मि राति तुमतै बतौन्दु, तुम दिन का उज्याळा मा वु लोगु तैं बता, अर जु कुछ भि मिन तुमरा कन्दूड़ मा बोलि, तुम खुलाआम जैके लोगु मा वेको परचार कैरा।
अर एक बार इन ह्वे कि यीशु मन्दिर मा जैके उपदेस देणु छौ। तबरि तक उख कुछ मुख्य पुरोहित, अर लोगु का कुछ यहूदी अध्यक्षों न वेका पास ऐके पूछी, “गुरुजी, हमतै इन बता कि तुम कै का दियां अधिकार से यू काम करद्यां? अर कु च उ जैन तुमतै यू अधिकार देई?”
अर मि जणदु छौं, कि वेकी आज्ञा सभ्यों तैं सदनि का जीवन की तरफा लेके जान्दी। इलै जु कुछ भि मि बोन्नु छौं, जन मेरा पिता न मितैं सिखै, उन्नि मि बोन्नु छौं।”
तब यीशु न वेतैं जबाब देई, “मिन सब लोगु का समणि खुलाआम बात करिनी। अर जख सब यहूदी लोग जमा होनदिन, जन कि प्रार्थना भवनों अर मन्दिर मा भि उपदेस देई। अर मिन लुकि-छिपी के कुछ भि नि बोलि।
अर जीवन देण वळु त परमेस्वर को आत्मा च, पर सरील बटि कुई फैदा नि होन्दु। अर जु बात मिन तुम मा बुलिनी, वु सब परमेस्वर की आत्मा बटि अईं छिन, अर जीवन देण वळी भि छिन।
“हे मेरा भै-बैंणो, तुम जु अब्राहम का वंश मदि छाँ अर तुम लोग भि जु की यहूदी जाति का नि छाँ तुम सब परमेस्वर पर अपणी पूरि सरदा रखद्यां, हाँ, हम सब लोगु खुणि ही छुटकारु को यू वचन भेज्यूं च।