अर जब लुकाउनिया मुलक का लोगु न पौलुस का द्वारा ये काम तैं होन्द देखि, त अपणी भाषा मा ऊँची आवाज मा बोलि, “आज भगवान हमरा बीच मा मनखियों का रुप मा उतरि के ऐ गैनी।”
अर ऊंन आपस मा बोलि कि, “हम यों दुईयों का दगड़ा मा क्या जि कैरा? किलैकि यों का द्वारा सच्चि मा अदभुत चमत्कार दिखये गै, अर ईं बात का बारा मा यरूशलेम नगर का सब निवासी लोगु तैं पता चलि गै अर हम ईं बात तैं नकारी नि सकद्यां।
तब ऊं लोगु न ऊंतैं फिर से धमकै के छोड़ि दिनी, किलैकि वु लोगु से डऽरदा छा अर यों लोगु तैं दण्ड देणु खुणि कुई दुसरो बाना नि मिली। अर यू सब त इलै ह्वे किलैकि अपंग मनखि का दगड़ा मा जु कुछ भि ह्वे छौ, वेतैं लेके सब लोग परमेस्वर की बडै कना छा।