अरे भैयों, रुका-रुका, तुम यू क्या कना छाँ? हम भि त तुमरि तरौं मनखि छां। अर तुमतै यू शुभ समाचार सुनौणा छां ताकि तुम यों सब बेकार की चीजों से दूर रै सैका, अर ज्यून्दा परमेस्वर की तरफा ह्वे जा, जैन यू आसमान या धरती अर समुन्दर अर जु कुछ भि यों मा च उ सब कुछ बणै।
अर वा नौनि पौलुस अर हमरा पिछनै ऐके चिल्लै के बोन्न लगि गै कि, “यू लोग सबसे महान परमेस्वर का सेवक छिन, जु की तुमतै बचौण वळा बाटा का बारा मा बतौणा छिन।”
अर जब ऊं लोगु न यों बातों तैं सुणी, त या बात ऊंका दिलों मा लगि गै। तब ऊंन पतरस अर दुसरा खास चेलों से पूछी, “हे भैयों अब हमतै इन बता कि हम क्या जि कैरा?”