खास चेलों 15:6 - Garhwali6 तब खास चेला अर अध्यक्ष लोग ईं बात का बारा मा बात-चित करणु खुणि इकट्ठा ह्वेनि। အခန်းကိုကြည့်ပါ။गढवली नयो नियम6 तब प्रेरित अर पुरणा अगुवों ल ईं बात का बारा मा विचार कनु कु कट्ठा हवीनि। အခန်းကိုကြည့်ပါ။ |
तब पौलुस अर बरनबास की ऊं लोगु का दगड़ा मा ईं बात का बानो वाद-विवाद ह्वे, अर यू वाद-विवाद कुछ जादा ही बढी गै। तब बिस्वासी समुदाय का लोगु न ये सवाल का जबाब तैं पौण का बानो पौलुस अर बरनबास तैं अर ऊंका दगड़ा मा बिस्वासी समुदाय का कुछ और लोगु तैं यरूशलेम नगर कू भेजि, ताकि ऊ उख जैके खास चेलों अर अध्यक्षों बटि ईं बात को जबाब पै सैका।
अर बिस्वासी समुदाय का सब लोगु तैं, खास चेलों अर अध्यक्ष लोगु तैं याकूब की बुलिं बात अच्छी लगिनी। तब ऊं लोगु न इन फैसला कैरी कि हम मा बटि कुछ लोगु तैं चुणी के पौलुस अर बरनबास का दगड़ा मा अन्ताकिया नगर कू भेजि जौ। तब ऊंन यहूदा तैं जैकू बरसब्बा भि बुल्दिन अर सीलास तैं चुणी, अर यू लोग बिस्वासी भै-बैंणो का मुखिया छा।
अर जु बिस्वासी समुदाय का मुखिया लोग छिन, तुम ऊंकी आज्ञा माणा अर ऊंका अधीन मा रा, किलैकि वु तुमरा जीवन खुणि बड़ी चिन्ता करदिन, अर वु भौत अच्छे से जणदिन कि ऊंतैं तुमरा जीवन को हिसाब-किताब परमेस्वर तैं देण पोड़लु। अर तुम ऊंकी बात को पालन कैरा, ताकि वु खुशी से ये काम तैं कैरी सैका ना कि दुखी ह्वेके। किलैकि अगर जु वु दुखी छिन त वां से तुमतै कुई फैदा नि च।