खास चेलों 13:11 - Garhwali11 सुण, अब प्रभु को हाथ तेरा खिलाप मा च, अर कुछ बगत तक तिन अन्धु रौण अर उज्याळु नि देख सकण।” अर सुणा, तुरन्त इलीमास पर कुयेडा जन अन्धेरु छये गै अर अन्धु ह्वे गै, अर उ इनै-उनै जपग लगौण लगि गै, ताकि कुई मनखि वेको हाथ पकड़ी के लि जौ। အခန်းကိုကြည့်ပါ။गढवली नयो नियम11 अब प्रभु त्वे तैं सजा दयालो; तू थोड़ा बगत तक कु अंधो हवे जाली अर सूरज का उज्यला तैं नि देख सकली।” तब एकदम वेकी आँखों का संमणी अंधेरो हवे गै, अर फिर उ लाचार हवे के इने-उनै ढुंढण लगि गै कि कुई वेको हथ पकड़ी के वेकी मदद कैरो। အခန်းကိုကြည့်ပါ။ |