18 अर जब सुबेर ह्वे त सिपयों मा खळबळी मची गै कि आखिर मा पतरस कख गै होलु?
18 सुबेर मा जब जेल का सिपै ल पतरस तैं जेलखना मा नि पै, तब वेमा हड़बड़ाट मचि गै कि पतरस कख गै?
तब पतरस न ऊंतैं चुप रौण खुणि हाथळ इसारा कैरी, अर वेन सभ्यों तैं बतै कि प्रभु न वेतैं कनकै जेलखाना बटि भैर निकाळि। अर वेन ऊंकू बोलि, “यू सब बात याकूब अर दुसरा बिस्वासी भै-बैंणो तैं भि बतै दियां।” तब उ उख बटि निकळि के दुसरि जगा कू चलि गै।
अर राजा हेरोदेस अग्रिप्पा न अपणा सिपयों का द्वारा वेकी खोज करवै, पर पतरस को कुछ भि अता-पता नि चलि, तब हेरोदेस न ऊं पैरादारों की पूछताछ कैरिके ऊंतैं मरवौण को हुकम दिनी। अर कुछ बगत का बाद हेरोदेस यहूदिया मुलक बटि निकळि के कैसरिया नगर मा रौण लगि गै।
जेलर उठी, अर जेलखाना का द्वार खुला देखि के वेन इन समझि की कैदी भागी गैनी। इलै वेन तलवार निकाळि अर अपणी जान लेण वळु ही छौ,
अर यों ही दिनों मा इफिसुस नगर मा प्रभु का बाटा का बानो दंगा होण लगि गै।