खास चेलों 10:14 - Garhwali14 मगर वेन बोलि, “ना प्रभु कभि भि ना, अगर मितैं कुई भि चीज खाणु कू मिलेली त मिन वींतैं इन्नि नि खै देण, किलैकि आज तक मिन ऊं चीजों तैं नि खै जु कि अशुद्ध अर पवित्र नि छिन।” အခန်းကိုကြည့်ပါ။गढवली नयो नियम14 पर पतरस ल बोलि, “प्रभु, मि इन नि कैरी सकदु, किलैकि मिल कभी अपवित्र अर अशुद्ध चीजों तैं नि खै।” အခန်းကိုကြည့်ပါ။ |
अर वेन ऊंकू बोलि कि, “तुम लोग त जणदा ही छाँ, कि कै भि यहूदी जाति का मनखि तैं दुसरि जाति का लोगु का दगड़ा मा कन्द्रयो भि मेल-जोल रखण या ऊंका इख जाण, हमरा नियम-कानूनों का खिलाप मा च। मगर फिर भि परमेस्वर न मितैं इन दिखै, कि मि कै भि मनखि तैं इन नि समझु, कि वु पवित्र नि च या परमेस्वर कैतैं स्वीकार नि करदु।