2 तीमुथियुस 1:4 - Garhwali4 अर तीमुथियुस जब तू मेरा बाना रुवे छै, ऊ सब मितैं याद औन्दु। अर मेरी इच्छा होन्दी कि मि त्वे बटि मिलु, ताकि मेरी खुशी को कुई ठिकाणु नि रौ। အခန်းကိုကြည့်ပါ။गढवली नयो नियम4 जब हम अलग हवे छा, मि तैं याद च कि तू कथग रौवे छै, मि रात-दिन त्वे बट्टी मिलणै कि लालसा करदु कि त्वे बट्टी मिली के खुश हवे जौं। အခန်းကိုကြည့်ပါ။ |
अर तुमुन इपफ्रुदीतुस भै का बारा मा सुणी कि वु भौत बिमारि च। हाँ, या बात सच्चि च कि उ भौत बिमार ह्वे गै छौ, इख तक कि उ मुरण वळु छौ, मगर पिता परमेस्वर न वे पर दया कैरी, बस वे पर ही ना बल्किन मा मि पर भि ताकि मितैं और भि जादा दुख नि झिलण पोड़ो। अर अब इपफ्रुदीतुस भै तुम से मिलणु खुणि भौत बेचेन च अर तरसणु च।