2 पतरस 3:15 - Garhwali15 अर जरा ईं बात का बारा मा सोचा कि हमरु प्रभु सबर रखण मा कथगा महान च जु कि हमतै इन मौका देणु च, कि सब बचि जा। अर ईं बात का बारा मा हमरा प्यारा भै पौलुस न भि बड़ी समझदारी से तुम खुणि चिठ्ठी मा लिखी, किलैकि पिता परमेस्वर न वेतैं ऊं बातों तैं बिंगणु खुणि अकल दिनी। အခန်းကိုကြည့်ပါ။गढवली नयो नियम15 यु जांणि लय की हमारो प्रभु हमारा प्रति धीरज रखदु, वेको कारण यु च कि उ लुखुं तैं पछतौ कनु को बगत दींण चांद कि उ ऊं तैं उद्धार दे साक। जब हमारा प्रिय दगड़िया-विश्वासी पौलुस ल, जै बट्टी हम प्रेम करदा, तुम तैं वे ज्ञान को इस्तेमाल कन चयणु च जु पिता परमेश्वर ल वे तैं द्ये, त वेल भि तुम तैं यु ही बात बतै, जु मिल तुम तैं बतै। အခန်းကိုကြည့်ပါ။ |
अर जै बगत पितर नूह, पिता परमेस्वर का बुलण का मुताबिक जाज बणौणु छौ, वे बगत का लोगु न परमेस्वर की आज्ञा को पालन नि कैरी, अर पिता परमेस्वर सबर रखी के इन इंतजार कनु छौ, कि ऊ अपणा चाल-चलन मा बदळौ लेके आला, मगर इन नि ह्वे। तब पिता परमेस्वर न जल परलय कैरी, अर वे बगत मा कुछ ही लोग जाज मा बैठि के बचयै गैनी, अर ऊं मनखियों की गिनती आठ छै।