2 पतरस 2:2 - Garhwali2 अर इथगा ही ना बल्किन मा भौत सा बिस्वासी लोग त ऊं झूठ्ठा गुरु लोगु का पिछनै चलला। तब जु लोग सच्चै का बारा नि जणदिन ऊ लोग झूठ्ठा गुरु लोगु का चाल-चलन तैं देखि के सच्चै का बाटा का बारा मा बुरु बुलला। အခန်းကိုကြည့်ပါ။गढवली नयो नियम2 भौत सा लोग जु बुल्दींनि कि उ विश्वासी छिनी, उ यूं झूठा शिक्षकों का अनैतिक ढंग की नकल करला, अर हैंका लोग जु विश्वासी नि छिनी, पिता परमेश्वर का तरपां जांणवला रस्ता का बारा मा बुरी-बुरी बात बुलला। အခန်းကိုကြည့်ပါ။ |
अर ऊंन यीशु का पास ऐके बोलि, “गुरुजी, हम जणदा छां कि तुम सच्चा छाँ, अर कै की परवा नि करद्यां, किलैकि तुम कै का दगड़ा मा पक्षपात नि करद्यां, पर सच्चै से परमेस्वर का बाटा का बारा मा सिखौन्द्यां। इलै हमतै बता, कि तुम क्या सोचद्यां कि हमतै नियम का मुताबिक रोमी महाराजा तैं कर देण चयेणु, या नि देण चयेणु?”
मगर ऊं मदि कुछ लोग जादा ढीट ह्वे गैनी, अर ऊंन वे रैबार तैं मनण से इनकार कैर दिनी, अर सब लोगु का समणि प्रभु का बाटा का बारा मा अनाप-सनाप बोन्न लगि गैनी। इलै पौलुस प्रार्थना भवन तैं छोड़ि के चलि गै, अर बिस्वासी लोगु तैं अफ दगड़ा मा लि गै। अर तुरन्नस मनखि की पाठसाला मा पौलुस हरेक दिन बिस्वासी लोगु का दगड़ा मा बात-चित कनु रै।
किलैकि भौत सा लोग इन छिन, जु कि हम बिस्वासी लोगु का बीच मा चुपचाप से घुसी के ऐ गैनी। अर यू लोग पिता परमेस्वर की भक्ति नि करदिन, अर हमरा पिता परमेस्वर की किरपा को गळत फैदा उठे के वेको इस्तेमाल भोग-बिलास मा करदिन। अर यू झूठ्ठा लोग हमरा यीशु मसीह तैं नकारी देन्दिन, जु की एकमात्र मालिक अर प्रभु च, पर यों लोग खुणि पैलि बटि दण्ड ठैर्युं के रख्युं च।
हे मेरा भै-बैंणो, मि तुमतै यू भि याद दिलौण चान्दु कि जन सदोम, अमोरा अर वेका आस-पास का नगरों का लोग गळत सम्बन्ध रखण वळा ह्वे गै छा, इख तक की उखा लोग अपणा सरील की इच्छा तैं पूरु करण खुणि एक बैख दुसरा बैख का दगड़ा मा सरील का गळत सम्बन्ध रखण लगि गै छा। तब वे बगत मा पिता परमेस्वर न ऊं नगरों को कभि नि बुझण वळी आग का द्वारा नास कैर दिनी, अर आज वु सब हम सभ्यों खुणि सदनि खुणि एक उदारण बणि गैनी।
अर उ धरती का लोगु तैं भरमौणु रै, किलैकि ये दैंत का पास समुन्दर वळा दैंत की तरौं चमत्कार करण को अधिकार दिये गै। अर ये दैंत न धरती का लोगु तैं समुन्दर वळा दैंत की मूरत बणौणु कू बोलि, हाँ वे ही दैंत की जैका मुण्ड़ पर तलवार से एक इन्दरि चोट लगि छै कि वेकी बचण की उम्मीद नि छै, मगर वेको उ घौ खूब ह्वे गै छौ।