2 पतरस 2:14 - Garhwali14 त यों का आंखा हमेसा इन्दरि जनानि कि ताक मा रौनदिन, जिं का दगड़ा मा यू गळत काम कैरी सैका। अर इन कैरिके यों का आंखा पाप करण खुणि ही लग्यां रौनदिन। अर यू लोग चंचल मन वळो तैं भरमै देन्दिन, अर यों का मन मा भौत लालच भोरयूं च। असल मा यू वु लोग छिन जौं पर असगार पोड़्यूं च। အခန်းကိုကြည့်ပါ။गढवली नयो नियम14 उ हर एक जनन दगड़ी व्यभिचार कन चयदींनि, जै तैं उ दिखदींनि। उ पाप कना का मौका खुजंण से कभी नि चुकदींनि। उ कमजोर आत्माओं तैं लुभोदींनि अर ऊं लुखुं तैं धोखा दींदिनि जु मसीह पर मजबूत विश्वास नि करदींनि, अर उ ऊं तैं पाप का तरपां लिजांद। ऊंका जादा से जादा चीजों तैं पांणु कु हमेशा बढ़ण वला लालच का कारण पिता परमेश्वर ऊं तैं दण्ड दयालो। အခန်းကိုကြည့်ပါ။ |
मेरा दगड़्यों, चौकस रा, कखि कुई मनखि अपणी झूठ्ठी शिक्षा का द्वारा तुमतै पिता परमेस्वर से मिलण वळा इनाम से बेदखल नि कैरी द्यो, किलैकि झूठ्ठु मनखि लोगु तैं दिखौणु खुणि दीन बणदु अर स्वर्गदूतों की पूजा करण की बात सिखौन्दु, अर उ इन जोर देन्दु कि तुम भि ठिक इन्नि कैरा। अर इन्द्रया झूठ्ठा लोग बुलला कि ऊंन पिता परमेस्वर से सुपन्या मा दरसन का द्वारा यू ज्ञान पै, इलै ऊ अपणा विचारों पर बड़ु मोन करदिन, मगर सच्चै त या च कि ऊंका मनों मा यू विचार परमेस्वर की तरफा बटि नि छिन।
जन कि वेन भि अपणी सब चिठ्ठी मा यों ही बातों का बारा मा लिख्यूं च, अर ऊं बातों मा बटि कुछ बातों तैं बिंगण बड़ु कठिन च। अर जौं लोगु तैं ज्ञान नि च, अर जु लोग चंचल छिन वु वेकी चिठ्ठी का शब्दों को मतलब तैं बिगाड़ि देन्दिन। अर जु बात पवित्रशास्त्र का दुसरा भागों मा भि लिखीं छिन, ऊं बातों का दगड़ा मा यू लोग इन्नि करदिन। अर इन कैरिके वु अपणा ही खुटों पर कुल्हड़े कि चोट मारी देन्दिन।