2 कुरिन्थि 7:8 - Garhwali8 हालांकि, मेरी पैलि चिठ्ठी मा लिखीं बातों न तुमतै दुखी कैरी, पर मितैं वे बगत ईं बात पर कुई अफसोस नि छौ। अर बाद मा मितैं अफसोस ह्वे किलैकि चिठ्ठी मा लिखी कुछ बातों न तुमतै उदास कैरी दिनी। အခန်းကိုကြည့်ပါ။गढवली नयो नियम8 मि ईं बात बट्टी नि पछतांदु कि मिल तुम तैं चिठ्ठी लिखीं छै, चाहे यांल तुम दुखी भि हुयां; पैली मि तैं पछतावा हवे छो जब मिल देखि कि यांल तुम तैं थोड़ा बगत कु दुखी कैरेले छो। အခန်းကိုကြည့်ပါ။ |
अर यीशु न तिसरी दौं वेकू बोलि, “हे यूहन्ना का नौना शमौन, क्या तू मि बटि प्यार करदी?” तब पतरस तैं दुख ह्वे, किलैकि यीशु न तिसरी दौं वे बटि पूछी छौ कि, “क्या तू मि बटि प्यार करदी?” इलै वेन वेकू बोलि, “हे प्रभु, तुम त सब कुछ जणद्यां। अर यू भि जणद्यां, कि मि तुम बटि प्यार करदु छौं।” तब यीशु न वेकू बोलि, “मेरी भेड़ों तैं चरो।
देखा, परमेस्वर की मनसा का मुताबिक जु दुख तुमतै ह्वे वां से तुमरा भितर इथगा इच्छा पैदा ह्वे, कि तुमुन खुद पर लग्यां कलंक तैं दूर करण की हिम्मत दिखै। अर अपणी गळती पर तुम सरमसार होयां, अर तुमरा भितर परमेस्वर की डौऽर पैदा ह्वे, अर यां की वजै से जु जबरदस्त इच्छा अर जोस तुमरा भितर पैदा ह्वे, वेकी वजै से तुमुन अपणी गळती सुधारी अर इन साबित कैरी कि तुम ये मामला मा बेदाग छाँ।