2 कुरिन्थि 4:17 - Garhwali17 अर हमतै पूरु यकीन च कि जु आदर-सम्मान हमतै स्वर्ग मा मिलण वळु च वेन सदनि तक रौण। अर जु दुख-तकलीफ अभि हम ईं दुनियां मा झिलणा छां ऊ कुछ भि नि छिन। အခန်းကိုကြည့်ပါ။गढवली नयो नियम17 किलैकि हमारी वर्तमान समस्या छुटी ही छिनी अर भौत जादा बगत तक नि राली; किलैकि यांको नतीजा अनन्त महिमा होलो जु ऊं सभियूं बट्टी भौत जादा होलो जै की हम कल्पना कैरी सकदा। အခန်းကိုကြည့်ပါ။ |
किलैकि यीशु मसीह वु मनखि च जैतैं पिता परमेस्वर न हम लोगु तैं बचौणु खुणि ठैरै, अर उई च जैतैं मनखि का पापों का खातिर मरे गै। अर पिता परमेस्वर न वेतैं उन्नि नि छोड़ि, बल्किन मा वेतैं मुरदो मा बटि ज्यून्दु कैरी, अर अपणा दैंणी हाथ की तरफा बैठे के वेतैं पूरु आदर-सम्मान दिनी, ताकि वु बिचलु बणि के हमतै पिता परमेस्वर का दगड़ा मा एक कैरो।
इलै अब जु दुख-तकलीफ तुम कुछ देर खुणि सौणा छाँ, वे कष्ट बटि पिता परमेस्वर तुमतै भैर निकळळु, अर तुमरा बिस्वास की बुनियाद तैं और भि जादा मजबूत अर पक्कु करलु, किलैकि पिता परमेस्वर ही च, जु कि अपणी पूरि किरपा करदु अर वेन ही तुमतै यीशु मसीह का द्वारा मिलण वळा आदर-सम्मान मा अपणा पास बुलयूं च, जु कि सदनि को च।