2 कुरिन्थि 2:13 - Garhwali13 पर जब मिन अपणा दगड़्या तीतुस तैं उख नि पै, त मेरु मन बड़ु बेचेन ह्वे गै। तब मिन उखा बिस्वासी भै-बैंणो बटि विदै लिनी, अर मकिदुनिया मुलक कू चलि ग्यों। အခန်းကိုကြည့်ပါ။गढवली नयो नियम13 त मिल अपड़ा विश्वासी भैय तीतुस तैं तुम्हरी तरपां बट्टी संदेश नि लांद देखि त मि तैं मन मा चैन नि मिली; इलै मिल त्रोआस शहर का विश्वासियों बट्टी विदा ले के भैय तीतुस तैं खुजांणु कु मकिदुनिया प्रान्त कु वापिस लौटि औं। အခန်းကိုကြည့်ပါ။ |
अर ज्वा तारीफ मिन तुमरि तीतुस भै का पास कैरी वां खुणि मितैं सरमिन्दा नि होण पोड़ि, किलैकि ऊ सब बात सच्च छै। अर जु कुछ भि तीतुस तैं बतये गै उ सब कुछ तुमुन साबित कैरिके दिखै। अर जब उ तुमरा इख बटि ऐ, त तीतुस का द्वारा हमतै बड़ी दिलासा मिली। अर ना केवल दिलासा ही दिलासा, बल्किन मा हमतै बड़ी खुशी ह्वे किलैकि तीतुस भौत खुश छौ। अर ईं बात की वजा तुम लोग छाँ, किलैकि तुमुन वेतैं भौत अच्छे से स्वीकार कैरी।