2 कुरिन्थि 11:29 - Garhwali29 अर जब मि ऊं लोगु का बारा मा सुणदु जु कि बिस्वास मा मजबूत नि छिन त मि ऊंका दगड़ा मा जादा सख्तै नि दिखान्दु, पर ऊंकी मदद करण की पूरि कोसिस करदु। अर जब कुई मनखि कै बिस्वासी भै-बैंण तैं पाप मा फंसै देन्दु त मितैं वे देखि के भौत गुस्सा औन्दु। အခန်းကိုကြည့်ပါ။गढवली नयो नियम29 जब कुई कमजोर हूंद त मि भि कमजोर महसूस करदु; जब कुई पाप मा पोड़ जांद त मि भौत दुखी हूंदु। အခန်းကိုကြည့်ပါ။ |
अर जब ऊं लोगु का बीच मा छौ जु कि बिस्वास मा कमजोर छिन त मि ऊंका जन ही बणि ग्यों, ताकि वु बिस्वास मा और मजबूत ह्वे सैका। अर यों सब बातों को मतलब यू च कि मि सब किसम का लोगु खुणि सब कुछ बणि ग्यों, ताकि कनि ना कनि के मि लोगु तैं यीशु मसीह का पास लेके ऐ सैकु, अर वु वीं सजा से बचि जा जु की पाप करण की वजै से मिलदी।
पर जब मिन देखि कि उ शुभ समाचार की सच्चै का मुताबिक सीदी चाल नि चलणा छिन, त मिन सभ्यों का समणि पतरस कू बोलि, “पतरस, जब तू एक यहूदी जाति को होण का बाद भि ऊंकी तरौं जीवन जीणी छैई, जु यहूदी जाति का नि छिन। त फिर तू ऊं लोगु तैं यहूदी रीति-रिवाजों का मुताबिक चलणु खुणि किलै मजबूर कनि छैई, जु यहूदी जाति का नि छिन?
“हे इफिसुस नगर का बिस्वासी लोगु, मि तुमरा काम अर तुमरि कड़ी मेनत का बारा मा जणदु छौं, अर दुख का बगत मा तुमरा सबर रखण की ताकत का बारा मा भि मि जणदु छौं, अर मि इन भि जणदु कि तुम बुरा लोगु तैं बरदास नि कैरी सकदी, जु खुद तैं मेरा खास चेला बतौन्दिन, पर असल मा ऊ छैई नि छिन। अर तुमुन ऊं लोगु की जाँच-पड़ताल कैरी अर ऊंतैं झूठ्ठु पै।
“मगर फिर भि तुमरा खिलाप मा बुलणु खुणि मि मा इन च कि तुम लोग वीं इजेबेल जनानि तैं अपणा बीच मा रौण देन्द्यां, ज्वा कि खुद तैं परमेस्वर की रैबर्या बतौन्दी, अर मेरा सेवकों तैं भटकौन्दि अर अपणी शिक्षा देके ऊंतैं सरील का गळत सम्बन्ध बणौणु खुणि, अर मूरतों का अगनै अरपण मा चड़ईं चीजों तैं खाणु खुणि उकसौन्दी च।