2 कुरिन्थि 11:15 - Garhwali15 अर वेका कई सेवक भि धरमी होण को पूरु ढोंग करदिन, मगर सच्चै त या च कि आखिरी का दिन मा ऊंतैं ऊंका कामों को हिसाब से सजा दिये जालि। အခန်းကိုကြည့်ပါ။गढवली नयो नियम15 इलै जु शैतान का सेवक भि धार्मिकता का सेवकों का जन रूप धारा, त ऊंको अन्त ऊंका कामों का अनुसार होलो। အခန်းကိုကြည့်ပါ။ |
अर वु लोग बड़ु मोन करदिन कि वु यीशु मसीह की सेवा करणा छिन। पर अब मि भि एक मूरख की तरौं तुमतै चितै देन्दु, कि मि यीशु मसीह खुणि भौत मेनत कनु छौं अर कई बार जेलखाना डळै ग्यों, अर भौत बार लोगु न मितैं बुरी तरौं से मारी, इख तक की कई बार मुरण वळु भि छौ मगर बचि ग्यों। अर मेरा दगड़ा मा यू सब इलै ह्वे किलैकि मि यीशु मसीह को सेवक छौं।
किलैकि भौत सा लोग इन छिन, जु कि हम बिस्वासी लोगु का बीच मा चुपचाप से घुसी के ऐ गैनी। अर यू लोग पिता परमेस्वर की भक्ति नि करदिन, अर हमरा पिता परमेस्वर की किरपा को गळत फैदा उठे के वेको इस्तेमाल भोग-बिलास मा करदिन। अर यू झूठ्ठा लोग हमरा यीशु मसीह तैं नकारी देन्दिन, जु की एकमात्र मालिक अर प्रभु च, पर यों लोग खुणि पैलि बटि दण्ड ठैर्युं के रख्युं च।
अर उ धरती का लोगु तैं भरमौणु रै, किलैकि ये दैंत का पास समुन्दर वळा दैंत की तरौं चमत्कार करण को अधिकार दिये गै। अर ये दैंत न धरती का लोगु तैं समुन्दर वळा दैंत की मूरत बणौणु कू बोलि, हाँ वे ही दैंत की जैका मुण्ड़ पर तलवार से एक इन्दरि चोट लगि छै कि वेकी बचण की उम्मीद नि छै, मगर वेको उ घौ खूब ह्वे गै छौ।