1 तीमुथियुस 1:10 - Garhwali10 अर जु लोग दुसरो का दगड़ा मा सरील का गळत सम्बन्ध रखदिन, जन कि एक बैख दुसरा बैख का दगड़ा मा अर ठिक उन्नि एक जनानि दुसरि जनानि का दगड़ा मा सरील का सम्बन्ध रखदी हो, अर जु गुलाम लोगु तैं बिकौण को काम करदिन, झूठ्ठ बुल्दिन अर झूठ्ठी कसम खनदिन, अर जु लोग सच्चा उपदेस का विरोध मा जाळसाजि बणौन्दिन, इन्द्रया लोगु खुणि परमेस्वर का रैबर्या मूसा का द्वारा नियम-कानून दियूं च। အခန်းကိုကြည့်ပါ။गढवली नयो नियम10 व्यभिचारी अर पुरुषगामी लुखुं कु, मनिख्युं तैं बिचण वलो कु, झूठ बुल्ण वलो कु, अर झूठी सौं खांण वलो कु, ठैरैइं च अर यूं लुखुं का आलावा ऊंकु भि जु सच्चा उपदेश कु विरोध करदींनि। အခန်းကိုကြည့်ပါ။ |
हे मेरा भै-बैंणो, मि तुमतै यू भि याद दिलौण चान्दु कि जन सदोम, अमोरा अर वेका आस-पास का नगरों का लोग गळत सम्बन्ध रखण वळा ह्वे गै छा, इख तक की उखा लोग अपणा सरील की इच्छा तैं पूरु करण खुणि एक बैख दुसरा बैख का दगड़ा मा सरील का गळत सम्बन्ध रखण लगि गै छा। तब वे बगत मा पिता परमेस्वर न ऊं नगरों को कभि नि बुझण वळी आग का द्वारा नास कैर दिनी, अर आज वु सब हम सभ्यों खुणि सदनि खुणि एक उदारण बणि गैनी।