1 थिस्सलुनीकी 5:14 - Garhwali14 अर सभ्यों का दगड़ा मा सबर रखण वळा बणयां रा। हे मेरा भै-बैंणो, हम तुमतै उपदेस देके बुल्द्यां, कि जु लोग अळकसि छिन, ऊंतैं तुम चितै के समझा, अर जु डऽरपोक छिन ऊंतैं हिम्मत द्या, अर जु कमजोर छिन ऊंकी मदद कैरा। အခန်းကိုကြည့်ပါ။गढवली नयो नियम14 हे विश्वासी भयों, हम तुम बट्टी बिनती कना छा, कि ऊं लुखुं तैं चिता जु आलसी छिनी, ऊं लुखुं तैं प्रोत्साहित कैरा जु डरपोक छिनी, ऊं तैं ढांढस द्यावा जु कमजोर छिनी, ऊं तैं सम्भाला सभियूं दगड़ी शहनशीलता कु बरतौ कैरा। အခန်းကိုကြည့်ပါ။ |
इलै हे मेरा प्यारा भै-बैंणो, जब बटि पिता परमेस्वर न अपणी बड़ी दया तुम पर कैरी, अर मि तुम से बिन्ती करदु, कि तुम सभ्या का सभि भलै का कामों खुणि अपणा-अपणा जीवनों तैं एक बलिदान का रुप मा वे खुणि चड़ै द्या, अर वेकी महान सेवा खुणि खुद तैं दे द्या। अर या ही बात तुम खुणि सच्चि पूजा का जन च ज्वा की तुमतै करण चयेणी।
पर फिर भि यू ज्ञान सब लोगु का पास नि च, किलैकि कुछ लोगु का बिंगण मा त अभि तक नि ऐ कि मूरतों मा कुई भि ताकत नि होन्दी। अर इन्द्रया लोग पैलि त मूरतों की पूजा करदा छा, अर ऊंका अगनै चड़ईं चीजों तैं खान्दा छा। अर अब जब वु लोग खाणुक खनदिन, त इन सोचदिन कि कखि यू मूरतों का अगनै चड़यूं खाणुक त नि च। तब ऊंको जमीर कमजोर होण की वजै से ऊंतैं दोषी ठैरान्दु, अर ऊ लोग इन बुल्दिन कि, “अरे, हम पाप कना छां।”